Search…

    Saved articles

    You have not yet added any article to your bookmarks!

    Browse articles

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    Top trending News
    bharathunt
    bharathunt

    BHU-VC ने संकाय प्रमुखों के साथ किया संवाद:संकाय में खरीद प्रक्रिया के लिए सुझाव देगा समर्पित प्रकोष्ठ, स्टूडेंट्स शिक्षकों का देंगे फीडबैक

    2 hours ago

    1

    0

    BHU कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने कहा है कि किसी भी बड़े संस्थान के कुशल संचालन के लिए अधिकारों का विकेंद्रीकरण अत्यंत आवश्यक है। सोमवार को स्वतंत्रता भवन में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों के साथ अपने पहले औपचारिक संवाद में कुलपति ने ये बात कही। खचाखच भरे सभागार में विश्वविद्यालय की प्रगति को लेकर अपने विचार साझा करते हुए प्रो. चतुर्वेदी ने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे बीएचयू विकास के लिए सामूहिक प्रयास करें। वित्त कार्यालय में गठित होगा नया प्रकोष्ठ कुलपति ने कहा - वित्त कार्यालय में एक समर्पित प्रकोष्ठ की स्थापना की जाएगी, जो संकाय सदस्यों को खरीद प्रक्रिया, निविदा व अन्य वित्तीय मुद्दों में मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करेगा। संकाय सदस्य अपनी परियोजनाओं के संबंध में अकसर खरीद प्रक्रिया अथवा अन्य वित्तीय पक्षों के लेकर समस्याओं से रूबरू होते हैं। यह प्रकोष्ठ इन समस्याओं को दूर करे का काम करेगा। विश्वविद्यालय में उपयोगकर्ता समितियों का किया जायेगा गठन कुलपति ने विश्वविद्यालय की प्रमुख सेवाओं के प्रभावी उपयोग और कुशल प्रबंधन में हितधारकों की अहम को सशक्त बनाने हेतु उपयोगकर्ता समितियों (यूज़र कमिटीज़) के गठन का सुझाव दिया। उन्होंने बताया कि कम्प्यूटर सेन्टर को अधिक सुलभ और प्रतिक्रियाशील बनाने हेतु एक उपयोगकर्ता समिति का गठन पहले ही किया जा चुका है। उन्होंने कर्मचारी स्वास्थ्य संकुल तथा अन्य प्रमुख सेवाओं के लिए भी इसी प्रकार की समिति गठित करने के विचार का सुझाव दिया। प्रो. चतुर्वेदी ने विश्वविद्यालय समुदाय के बीच निरंतर संवाद की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि कंप्यूटर सेंटर जल्द ही संकाय-विशिष्ट ईमेल समूह तैयार करेगा, जिससे महत्वपूर्ण विषयों पर सुगम संचार और विचार-विमर्श हो सके। उन्होंने घोषणा की कि विश्वविद्यालय में ऐसे प्रमुख पदों पर, जिन पर चयन के लिए विशिष्ट वैधानिक प्रावधान नहीं हैं, नियुक्तियों हेतु व्यापक विचार-विमर्श और समस्त विश्वविद्यालय समुदाय की भागीदारी के आधार पर व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने इस संबंध में दो-स्तरीय प्रक्रिया का सुझाव दिया। अब छात्र देंगे शिक्षकों का फीडबैक प्रो. चतुर्वेदी ने बताया कि अच्छे शिक्षकों की पहचान के लिए जल्द ही विद्यार्थी फीडबैक के आधार पर एक प्रणाली विकसित की जाएगी। कैशलेस उपचार की लंबे समय से चली आ रही मांग के संदर्भ में उन्होंने बताया कि इस पर काम चल रहा है और इस योजना को 31 दिसंबर तक लागू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि सीएएस प्रमोशन की प्रक्रिया प्रगति पर है। अपने संबोधन के अंत में कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के बारे में उसके सदस्यों की धारणा, बाहरी दुनिया की राय से अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने सभी शिक्षकों से समन्वय और सहयोग की भावना के साथ सामूहिक लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए आगे बढ़ने का आह्वान किया।
    Click here to Read more
    Prev Article
    गोरखपुर में फायरिंग कर दहशत फैलाने का आरोपी गिरफ्तार:मामूली विवाद में 2 कार से आए मनबढ़ों ने मारपीट कर चलाई थी गोलियां
    Next Article
    चोरों के डर से रतजगा, जागते रहो का शोर...:रात 12 बजे से घूमने लगती लाठी-डंडों से लैस टोलियां, संदिग्ध दिखने पर दौड़ा कर पीटा

    Related न्यूज Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment