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    गोरखपुर के 4 अस्पतालों पर ताला लगना तय:नोटिस का नहीं दिया है स्पष्ट जवाब; डीएम के समक्ष रखी जाएगी रिपोर्ट, फिर होगी कार्रवाई

    10 hours ago

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    दैनिक भास्कर की पड़ताल में मरीजों की खरीद-फरोख्त करने वाले अस्पतालों पर ताला लगना तय है। मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) की ओर से दिए गए नोटिस का समय पूरा हो चुका है। अस्पतालों की ओर से गोल-मोल जवाब दिया गया है। प्रथम दृष्टया यह जवाब संतोषजनक नहीं लग रहा है। इसलिए माना जा रहा है कि कार्रवाई तय है। CMO इसकी रिपोर्ट डीएम को सौंपेंगे। अगले सप्ताह डीएम के साथ इस पर चर्चा हो सकती है। उसके बाद सीलबंदी की कार्रवाई की जाएगी। दैनिक भास्कर एप पर प्रकाशित खबर में यह अस्पताल संचालक कैमरे के सामने मरीजों के बदले कमीशन देने की बात स्वीकार कर रहे हैं। 2 अस्पताल संचालकों ने तो बकायदा मुर्देों के इलाज का दावा भी किया था। यह खबर प्रकाशित होने के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) डा. आशुतोष दूबे ने उनका लाइसेंस अस्थाई रूप से निलंबित करते हुए एक सप्ताह में स्पष्टीकरण मांगा था। 12 मार्च को यह नोटिस जारी किया गया और 19 तक जवाब देना था। पंजीकरण स्थाई रूप से निरस्त किए जाने के बाद उन अस्पतालों में मरीज नहीं देखे जा सकेंगे। 12 मार्च को दैनिक भास्कर एप पर ऐसे अस्पतालों की पड़ताल से जुड़ी खबर प्रकाशित की गई थी, जो मरीजो की खरीद-फरोख्त करते हैं। भास्कर रिपोर्टर ने अस्पताल संचालक बनकर यहां के अस्पतालों के संचालकों से बात की थी। 10 अस्पतालों के संचालकों ने कैमरे के सामने डील की थी। मरीज के बदले कितना कमीशन देंगे? मृत व्यक्ति को भी भर्ती कर लेंगे। रास्ते में मरीज की मौत हो गई है तब भी मैनेज कर लेंगे, जैसी बातें अस्पताल संचालक कैमरे के सामने बोलते नजर आ रहे हैं। जिले के 4 अन्य अस्पतालों के संचालकों ने भी कमीशन की बात स्वीकारी थी। उनसे बातचीत का वीडियो व रिकार्डिंग भी दैनिक भास्कर के पास मौजूद है। खबर प्रकाशित होने के तुरंत बाद एक्शन में आया स्वास्थ्य महकमा दैनिक भास्कर एप पर खबर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य महकमा तुरंत एक्शन में आ गया। गोरखपुर के जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने CMO को स्पष्ट निर्देश दिए कि ऐसे अस्पताल संचालकों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। सीएमओ ने उसी दिन दो तरह की नोटिस तैयारी कराई। एक में उन अस्पतालों को रखा गया जो कैमरे के सामने डील करते नजर आ रहे हैं। दूसरे में उन अस्पतालों को शामिल किया गया जिन्होंने कमीशन की बात स्वीकारी है। इन अस्पतालों के पंजीकरण अस्थाई रूप से हुए हैं निलंबित CMO ने हेरिटेज हास्पिटल हरसेवकपुर नंबर 2 निकट चंडी माता मंदिर खजांची चौक गोरखपुर, न्यू शिवाय मल्टीस्पेशिलिटी हास्पिटल, बुद्ध विहार कामर्शियल तारामंडल, गोरक्ष हास्पिटल खजांची चौराहा व न्यू जीवन हास्पिटल महेवा बंधा रोड ट्रांसपोर्टनगर का पंजीकरण अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया है। एक सप्ताह में उनसे जवाब मांगा गया है। इन अस्पतालों को भी नोटिस खबर के बाद CMO ने श्रीवेदना मल्टीस्पेशिलिटी हास्पिटल,नकहा नंबर 1 बशारतपुर,स्पोर्ट्स कालेज रोड, मेकवेल हास्पिटल बुद्ध विहार पार्ट ए तारामंडल,डीसेंट हास्पिटल बुद्ध विहार पार्ट ए तारामंडल, शाही ग्लोबल हास्पिटल बुद्ध विहार कामर्शियल, तारामंडल को नोटिस देकर एक सप्ताह में स्पष्टीकरण मांगा गया है। इनके यहां के प्रबंधन ने भी मरीजों के बदले कमीशन की बात स्वीकारी थी। CMO ने एसएसपी को लिखा है पत्र इस मामले में जवाब न मिलने पर विधिक कार्रवाई की चेतावनी भी CMO की ओर से दी गई है। उन्होंने बताया कि होली का अवकाश होने के कारण अभी डाक नहीं देख सके हैं। किसी हास्पिटल ने नोटिस का जवाब दिया है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। मरीजों की खरीद-फरोख्त में शामिल अस्पताल संचालकों पर कानूनी कार्रवाई को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एसएसपी को पत्र लिखा गया है। यह काम पुलिस विभाग का है।
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