Search…

    Saved articles

    You have not yet added any article to your bookmarks!

    Browse articles

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    Top trending News
    bharathunt
    bharathunt

    लखनऊ में ₹5 लाख की फर्जी लूट का पर्दाफाश:मुनीम ने अपने बैंक का कर्ज चुकाने के लिए रची थी झूठी कहानी

    3 hours ago

    1

    0

    लखनऊ में एक मुनीम ने अपने ही मालिक से 5 लाख रुपए हड़पने के लिए लूट की झूठी कहानी रच डाली। आरोपी ने दावा किया कि बदमाशों ने उसके सिर पर पत्थर मारकर रास्ते में उससे पैसे लूट लिए, लेकिन पुलिस की जांच में उसकी चालाकी बेनकाब हो गई। पुलिस ने न केवल आरोपी को गिरफ्तार किया, बल्कि पूरे 5 लाख रुपए भी बरामद कर लिए हैं। घटना नाका थाना क्षेत्र की है। आरोपी शशिभूषण तिवारी, जो एक निजी फर्म में मुनीम के पद पर कार्यरत है, को उसके मालिक ने 5 लाख रुपए बैंक से निकालने के लिए भेजा था। कुछ देर बाद उसने अपने मालिक को फोन कर बताया कि जब वह स्कूटी से वापस लौट रहा था, तभी रास्ते में कुछ अज्ञात बदमाशों ने उसका पीछा किया और सिर पर पत्थर मारकर उसे गिरा दिया। इस हमले के बाद, वह रुपए से भरा बैग लेकर फरार हो गए। खुद को चोट मारकर घायल किया घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। SHO नाका श्रीकांत राय के नेतृत्व में टीम ने तत्काल मौके का निरीक्षण किया और पूरे इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू की। पुलिस को शुरुआत से ही मामले में कुछ संदेह हुआ, क्योंकि घटनास्थल के आसपास मौजूद सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में किसी तरह की मारपीट या छीना-झपटी की घटना नजर नहीं आई। जब पुलिस ने मुनीम से सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और सच उगल दिया। उसने बताया कि उस पर बैंक का पुराना कर्ज था और उसी कर्ज को चुकाने के लिए उसने यह फर्जी लूट की योजना बनाई। उसने खुद ही रुपए छिपा दिए थे और सिर पर खुद हल्की चोट मारकर खुद को घायल कर लिया था, ताकि मामला असली लगे। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने छिपाए गए पूरे 5 लाख रुपए बरामद कर लिए। अब उसके खिलाफ धोखाधड़ी, झूठी सूचना देने और सबूतों को गलत तरीके से प्रस्तुत करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। SHO श्रीकांत राय ने बताया कि आरोपी ने एक सोची-समझी साजिश के तहत अपने मालिक को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की सक्रियता और तकनीकी जांच के चलते उसका झूठ ज्यादा देर टिक नहीं पाया। उन्होंने कहा कि इस तरह की झूठी सूचनाएं न केवल पुलिस संसाधनों की बर्बादी करती हैं, बल्कि कानूनी रूप से गंभीर अपराध भी हैं।
    Click here to Read more
    Prev Article
    ग्रेटर नोएडा में युवक को मिला मशरूम की जगह चिकन:जोमैटो से किया था ऑर्डर, थाने में शिकायत दर्ज
    Next Article
    गोरखपुर मेले से लौट रहे ड्राइवर से लूट:हलियापुर में बदमाशों ने तमंचे के बट से किया हमला, मोबाइल और सामान लूटा

    Related न्यूज Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment