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    नोएडा में फर्जी दस्तावेज पर परीक्षा दो गिरफ्तार:डीएसएसबी की लाइब्रेरियन पद पर थी भर्ती, सेक्टर-62  आईओएन डिजिटल जोन था सेंटर

    1 hour ago

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    दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) की ओर से लाइब्रेरियन पद के लिए सोमवार को फर्जी तरीके से परीक्षा देते दो युवकों को सेक्टर-58 थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार आरोपियों में से एक दूसरे साथी के नाम और पते से आवेदन करके नकल कराकर दूसरे साथी को पास कराना था। दिल्ली के वित्त विभाग के अनुभाग अधिकारी गुरुदत्त रंगा ने पुलिस को बताया कि कुछ माह पहले लाइब्रेरियन पद के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी। इच्छुक लोगों से आवेदन मांगे गए थे। इसी क्रम में सोमवार को सेक्टर-62 स्थित आईओएन डिजिटल जोन-एक में परीक्षा आयोजित की जा रही थी। परीक्षा तृतीय पाली में शाम पांच बजे से सात बजे आयोजित की गई। परीक्षा में बैठने के लिए जिला बागपत की बड़ौत तहसील क्षेत्र के लोहारी गांव निवासी नितिन कुमार ने भी आवेदन किया था। नाम व हस्ताक्षर एक जैसे उन्होंने बताया कि वह केंद्र पर परीक्षा के दौरान प्रभारी के रूप में तैनात थे। तभी परीक्षा के दौरान पर्यवेक्षक विजय कुमार रावत और वरिष्ठ सहायक निरीक्षक नितिन यादव ने उन्हें बताया कि दो अभ्यर्थी संदिग्ध हैं। दो अभ्यर्थियों के एक ही नाम, एक ही हस्ताक्षर और एक ही पिता के नाम वाले हैं। दोनों का पता भी लगभग एक जैसा है। दोनों अभ्यर्थियों के फोटो अलग-अलग हैं, लेकिन उस पर नाम और हस्ताक्षर एक ही हैं। ई-प्रवेश पत्र की आगे की जांच में पता चला कि दोनों की जन्मतिथि एक ही थी और रोल नंबर क्रमांक के अनुसार थे। आधार कार्ड फर्जी निकले दोनों की पंजीकरण पहचान पत्र लगभग एक जैसे थे। केवल एक अंक का अंतर था। दूसरे अभ्यर्थी ने अपना नाम नितिन उर्फ राहुल कुमार लिखा था। जांच के बाद इसकी सूचना डीएसएसएसबी के उच्च अधिकारियों को दी गई। ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। डीएसएसएसबी अधिकारियों ने दोनों आधार कार्ड की जांच के दौरान पाया कि यह आधार कार्ड लगभग 50-60 वर्ष की आयु के व्यक्ति का है। एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। एफआईआर दर्ज कर मंगलवार को दोनों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। दोस्त को पास कराने का था प्रयास पुलिस के मुताबिक नितिन और राहुल दोनों दोस्त हैं। नितिन गणित में होशियार है, लेकिन सामान्य ज्ञान में कमजोर है, जबकि उसका दोस्त राहुल गणित में कमजोर और सामान्य ज्ञान की अधिक जानकारी है। नितिन को परीक्षा में पास कराने के लिए राहुल ने दोस्त नितिन के नाम से ही आवेदन किया। ताकि परीक्षा में पास बैठ सके और सामान्य ज्ञान के सवालों के सही जवाब लिखवा सके।
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