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    7 वर्षों में नहीं बढ़ा मानदेय, आयुष्मान दिवस का विरोध:PM मोदी की महत्वाकांक्षी ‘आयुष्मान भारत’ योजना के कर्मचारी मानदेय वृद्धि की कर रहे हैं मांग

    2 hours ago

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    आज से ठीक 7 साल पहले 23 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आयुष्मान भारत’ योजना की शुरूआत की थी। इसके बाद सभी जनपदों में जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से आयुष्मान योजना के कार्यों के क्रियान्वयन के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित की गई। 7 साल हो गए लेकिन इन कर्मियों के मानदेय में कोई वृद्धि नहीं हुई। इससे वह नाराज हैं और इसके लिए लगातार जिम्मेदार अधिकारियों और सरकार से गुहार लगा रहे हैं। कोई सुनवाई नहीं होने पर इन्होंने आज आयुष्मान दिवस का विरोध किए जाने का निर्णय लिया है। इनका कहना है कि “जितने मानदेय में हमारी भर्ती वर्ष 2018 में हुई थी उसी मानदेय पर आज 2025 में भी हम कार्य कर रहे हैं। महंगाई दर बढ़ने के बाद भी गत 7 वर्षों में मानदेय में किसी भी तरह की बढ़ोतरी नहीं होने से टीम के सदस्य काफी निराश हैं। इसके लिए जनपद स्तर पर CMO को और प्रांतीय स्तर पर स्टेट हेल्थ एजेंसी के CEO को, आयुष्मान भारत कार्मिक संघ, उत्तर प्रदेश के द्वारा कई बार पत्र लिखने के बाद भी कोई ठोस परिणाम नहीं दिखा है। क्या हमारे लिए नहीं बढ़ी महंगाई प्रयागराज में तैनात डॉ. वीरेंद्र यादव कहते हैं, 7 सालों से लगातार काम कर रहे हैं। इन सात वर्षों में योजना में बहुत कुछ बदला, योजना के पात्र लाभार्थियों के समूह बदले, मसलन सामाजिक आर्थिक जातिगत आधारित जनगणना 2011 की सूची में शामिल लाभार्थियों से लेकर, मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के लाभार्थी, अंत्योदय अन्न योजना के लाभार्थी, पात्र गृहस्थी 6 या 6 से अधिक सदस्यों के लाभार्थी, योजना में जुड़े हुए अस्पतालों की संख्या बढ़ी लेकिन इसमें जो नहीं बदला वो इस योजना को परवान चढ़ाने वाले जनपद स्तरीय जिला क्रियान्वयन इकाई के कार्मिकों का मानदेय। जो 7 साल पहले था उसी में आज भी कार्य करने को मजबूर हैं कस्तूरी डे कहती हैं, 7 वर्षों से बिना मानदेय वृद्धि के काम करने से कर्मचारी हतोत्साहित और मायूस हैं। आर्थिक स्थिति खराब हो रही है, और वे अपने परिवार का पालन-पोषण करने में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। कई बार पत्र लिखने के बाद भी कोई ठोस परिणाम नहीं मिला है, जिससे उनकी निराशा बढ़ रही है। आयुष्मान दिवस के अवसर पर हम लोग मांगों को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दे रहे हैं। जानिए, क्या है आयुष्मान भारत योजना आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान किया जाता है। योजना के तहत 35.48 करोड़ से अधिक कार्ड जारी किए गए हैं और 7.79 करोड़ से अधिक लोगों का मुफ्त इलाज किया गया है। कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन में भी सुधार होगा।
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