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    आजमगढ़ के ज्वाइंट डायरेक्टर पर अलीगढ़ में दर्ज हुआ मुकदमा:कर्मचारियों के PF में चार करोड़ 92 लाख घोटाले का आरोप, 2002 से 2004 तक थी तैनाती

    6 hours ago

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    आजमगढ़ जिले में शिक्षा विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर पद पर तैनात दिनेश कुमार सिंह पर अलीगढ़ जिले के बन्ना देवी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मुकदमे में 11 BSA, 34 BEO शाहिद 55 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले की शिकायत अलीगढ़ के बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने दर्ज कराई है। इस बारे में जब ज्वाइंट डायरेक्टर दिनेश कुमार सिंह से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल नंबर स्विच ऑफ मिला। इन सभी अधिकारियों और कर्मचारियों पर शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड PF का 4 करोड़ 92 लख रुपए गबन करने का आरोप है। इस मामले की शिकायत अलीगढ़ जिले के शिक्षा विभाग के एक रिटायर्ड कर्मचारियों ने की थी। मामले की शिकायत मिलने के बाद एडी बेसिक स्तर के अधिकारियों ने जांच की तो जांच में यह बात सामने आई कि पीएफ जमा करने में घोटाला हुआ है जिसके बाद इस रिपोर्ट को शासन को भेजी गई। अलीगढ़ जिले के टप्पल ब्लॉक से रिटायर हुए शिक्षक जगदीश प्रसाद ने कर्मचारियों के पीएफ में गड़बड़ी की शिकायत की थी जिसके बाद तत्कालीन डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट विनीत कुमार और वरिष्ठ कोषाधिकारी से मामले की जांच कराई थी। इस जांच में कई अभिलेख गए मिले और दस्तावेजों में भी काफी गड़बड़ियां मिली थी जिसके बाद शासन से जांच टीम का गठन किया गया था। 2003 से 2013 तक के अधिकारियों ने की गड़बड़ियां इस मामले में शासन के आदेश होने के बाद तात्कालीन एडी बेसिक डॉ इंद्र प्रकाश सिंह सोलंकी और वित्त एवं लेखाधिकारी प्रशांत कुमार ने मामले की जांच की। इस जांच में सामने आया कि 2003 से 2013 तक अलीगढ़ में तैनात रहे अधिकारियों ने बड़ी गड़बड़ियां और घोटाले किए हैं। कर्मचारियों की पीएफ राशि उनके खातों में भेजी ही नहीं गई। इसकी रिपोर्ट 7 जनवरी 2022 को शासन को भेजी गई थी। जिसमें 4.92 करोड़ रुपए की गड़बड़ी की बात थी। 2003 से 2013 तक के अधिकारी बने आरोपी बीएसए डॉ राकेश सिंह ने तहरीर देकर 2003 से 2013 तक अलीगढ़ जिले में कार्यरत रहे 11 बेसिक शिक्षा अधिकारी, 34 ब्लाक शिक्षा अधिकारी, 10 वित्त एवं लेखा अधिकारी समेत एक दर्जन से ज्यादा कर्मचारी को पीएफ व लेखा पटल में कार्यरत रहे हैं। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। यह अधिकारी रहे हैं तैनात अलीगढ़ में 2003 से 2013 तक में सबसे पहले अधिकारी के रूप में दिनेश कुमार सिंह तैनात रहे। दिनेश कुमार सिंह को शासन ने 26 नवंबर 2002 को तैनात किया था और 23 जनवरी 2004 को अलीगढ़ से दिनेश कुमार सिंह का तबादला किया गया था। दिनेश सिंह के बाद पुष्पा सिंह, अलताफ अंसारी, मनोज कुमार, डा. मुकेश कुमार सिंह, एमपी सिंह, डा. महेंद्र प्रताप सिंह, एसपी यादव, संजय शुक्ला, धीरेंद्र कुमार यादव बतौर बीएसए तैनात रहे। वहीं 10 वित्त एवं लेखाधिकारी में चंद्रभूषण पांडेय, लल्लन प्रसाद, लेखराज, जितेंद्र सिंह, अखलाक खां, कैलाश चंद्र सक्सेना, प्रदीप कुमार, मुरारी लाल, मनोज कुमार सिंह, डा. अनिल कुमार यादव की तैनाती रही। टप्पल में हुआ सबसे बड़ा घोटाला 2003 से 2013 के दौरान जिले के हर ब्लाक में गड़बड़ी की गई है। इसमें सबसे ज्यादा बड़ा घोटाला टप्पल ब्लाक में सामने आया है। टप्पल ब्लॉक में 190. 29 लाख रुपए का घोटाला हुआ। इसके बाद गोंडा में 92.17 लाख, अकराबाद में 43.94 लाख, जवां में 42.49 लाख, अतरौली में 7.18 लाख, बिजौली में 3.93 लाख, खैर में 26.41 लाख, लोधा में 38.59 लाख, धनीपुर में 16.02 लाख, गंगीरी में 2.88 लाख, चंडौस में 17.26 लाख और इगलास में 7.96 लाख की गड़बड़ी सामने आई है।
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