Search…

    Saved articles

    You have not yet added any article to your bookmarks!

    Browse articles

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    Top trending News
    bharathunt
    bharathunt

    अयोध्या की रामलीला का दूसरा दिन, रामलला का हुआ जन्म:जयकारों से गूंज उठी नगरी, ताड़का का वध हुआ

    6 hours ago

    1

    0

    आज अयोध्या की रामलीला का दूसरा दिन हैं। रामलीला के दूसरे दिन भगवान श्रीराम समेत चारों भाइयों का जन्म हुआ। इसके बाद अयोध्या नगरी में मंगल गीत गूंज उठे। लीलास्थल पर चहुंओर बधाई बजी और सोहर से गूंज उठी। लीला प्रेमियों ने जयकार लगाई व वातावरण में उत्सव उल्लास घुल गया। अब जानते हैं दूसरे दिन रामलीला में अब तक क्या हुआ अयोध्या के राजा दशरथ गुरु वशिष्ठ के पास पहुंचते हैं। उनसे अपने मन की व्यथा कहते हुए बिलख पड़ते हैं। कहते हैं। और कहते हैं गुरूदेव सबकुछ मिला परंतु पुत्र नहीं है। यह बहुत दुखद लगता है। गुरु वशिष्ठ राजा दशरथ को आश्वासन देते हैं कि पूर्व जन्म में तुम्हारा नाम मनु और कौशल्या का नाम सतरूपा था। तुम लोगों ने तपस्या कर भगवान से अपना पुत्र होने का वर मांगा था। धीरज रखो, तुम्हें चार पुत्र प्राप्त होंगे। गुरु वशिष्ठ ने राजा दशरथ से पुत्रेष्ठि यज्ञ करवाते हैं जिससे प्रसन्न होकर अग्निदेव प्रकट होते हैं राजा दशरथ को एक द्रव्य देकर तीनों रानियों को उचित अनुपात में देने के लिए कहते हैं। राजा दशरथ उस द्रव्य का आधा भाग कौशल्या और आधे भाग में से बराबर-बराबर कैकेयी और सुमित्रा में बांट देते हैं। देवतागण उनकी स्तुति करते हैं फिर रानियों को पुत्रों की प्राप्ति होती है। श्रीराम उनसे कहते हैं कि तुम दोनों ने बहुत तपस्या की है। तुमने हमसे पुत्र मांगा सो उसको सत्य करने के लिए मैं स्वयं तुम्हारे घर प्रकट हुआ। जिसके बाद राजा दशरथ के घर श्रीराम और भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म होता है। सारी अयोध्या में खुशी छा जाती है। राजा दशरथ ब्राह्मणों को दान देते हैं। अयोध्या दीपों से जगमग हो उठती है। सोहर व मंगलगीत गाए जाते हैं। राजा दशरथ के आग्रह पर गुरु वशिष्ठ चारों पुत्रों का नामकरण करते हैं। इसके बाद बाल रूपी श्रीराम द्वारा मृगया लीला संपन्न होती है। इसके बाद गुरु वशिष्ठ से शिक्षा लेने के लिए राम सहित चारों भाई गुरुकुल को रवाना होते है। गुरुकुल में अपनी शिक्षा प्राप्त करते है। इसके बाद शस्त्र विद्या में श्री राम पारंगत हो जाते है। इसके बाद विश्वामित्र के यज्ञ में राक्षस विघ्न डालते है। फिर विश्वामित्र राजा दशरथ से राम और लक्ष्मण को राक्षसों के संहार के लिए मांगने पहुंचते है। इसके बाद राम लक्ष्मण विश्वामित्र के साथ जाते है और ताड़का का वध करते है। इसी के साथ दूसरे दिन की रामलीला समाप्त होती है। इसके बाद मुनि आगमन होगा और भगवान श्रीराम, सीता और लखन सहित वनवास को रवाना होंगे। वन मार्ग में भगवान ताड़का का वध करेंगे। रामलीला के संस्थापक अध्यक्ष सुभाष मलिक बाबी ने बताया- अयोध्या की रामलीला का में आज के प्रसंग बेहद भावुक और लोगों को मुग्ध करने वाले होगे। साथ ही अनेक प्रसंग दुखद भी रहेंगे। 4 तस्वीरें देखिए यहां पर देखिए अयोध्या की रामलीला का लाइव प्रसारण... आज का कार्यक्रम इस प्रकार है: आयोजन सरयू तट स्थित रामकथा पाक में 22 सितंबर से 2 अक्टूबर तक होगा। इसमें न केवल 240 फीट का रावण दहन होगा, बल्कि मेघनाद और कुंभकर्ण के 190 फीट ऊंचे पुतले दहन होंगे। इसके साथ ही धू-धू कर सोने की लंका जलेगी। इन 4 पुतलों को दिल्ली के 20 कलाकारों का दल कार्यक्रम स्थल पर ही पिछले 20 दिनों से तैयार कर रहा है। सीता की बनेंगी मणिका विश्वकर्मा अयोध्या की रामलीला के संस्थापक अध्यक्ष सुभाष मलिक ने बताया कि इस बार अयोध्या की रामलीला इतिहास रचने जा रही है। इसमें रावण का रोल प्रसिद्ध कलाकार विजय सक्सेना कर रहे हैं। श्रीराम की भूमिका फिल्म अभिनेता राहुल भूचर कर रहे हैं, जबकि सीता की भूमिका मिस यूनिवर्स इंडिया 2025 मणिका विश्वकर्मा कर रही है। रामलला के आशीर्वाद से मिला सीता का रोल रामलीला में मां सीता का किरदार निभाने को लेकर मणिका विश्वकर्मा काफी भावुक हैं। खुशी जाहिर करते हुए कहा- मैं काफी दिनों से अयोध्या जाने के लिए सोच रही थी। लेकिन किसी न किसी कारण से टलता चला गया। अब श्री राम की कृपा से अयोध्या जा भी रही हूं तो सीता का रोल मिला है, जिससे मैं बेहद उत्साहित हूं। अत्याधुनिक तकनीक का किया जा रहा इस्तेमाल रामलीला का मंचन अत्याधुनिक थ्रीडी तकनीक के साथ किया जा रहा है, जो दर्शकों को एक जीवंत अनुभव प्रदान करेगा। मंच की ऊंचाई और तकनीकी प्रभावों के कारण दर्शक रामायण के दृश्यों को और करीब से महसूस कर सकेंगे। आयोजकों ने बताया कि इस बार रावण दहन का आयोजन अभूतपूर्व होगा। यह साल मेरे लिए कई मायनों में बेहद खास है। भगवान श्रीराम के आशीर्वाद से विश्व की सबसे बड़ी रामलीला, अयोध्या की रामलीला के लिए मुझे मां सीता का किरदार निभाने का अवसर मिला है। मैं बेहद उत्साहित हूं। अयोध्या की रामलीला में कई जाने-माने कलाकार महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा रहे हैं। रामलीला में प्रमुख भूमिकाओं में परशुराम: पुनीत इस्सर जो महाभारत में दुर्योधन की भूमिका निभाने के लिए जाने जाते हैं। बाली: मनोज तिवारी, भोजपुरी सुपरस्टार और सांसद। पिछले साल 47 करोड़ ने देखी थी रामलीला सुभाष मालिक ने बताया कि रामलीला न केवल धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और मूल्यों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम भी है। इस आयोजन से अयोध्या में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। रामकथा पार्क में हर शाम हजारों की संख्या में दर्शक पहुंच रहे हैं, और इसका सीधा प्रसारण भी विभिन्न मंचों पर किया जा रहा है। गत वर्ष ऑनलाइन व दूरदर्शन के माध्यम से 47 करोड़ लोगों ने रामलीला देखी थी। इसका प्रसारण रोजाना शाम सात बजे से दस बजे तक दिखाई जाएगी।
    Click here to Read more
    Prev Article
    आज़म खान जेल से रिहा, घर पर समर्थकों की भीड़:अमरोहा से आए लोग मिलने के लिए दरवाजे पर धरने पर बैठे
    Next Article
    बस्ती में आजम खान के पोस्टर पर विरोध:बजरंग दल ने पोस्टर पर पोती कालिख, विरोध प्रदर्शन किया

    Related न्यूज Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment