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    गोरखपुर में शिक्षकों ने पीएम को भेजा ज्ञापन:TET की अनिवार्यता को लागू न करने की मांग की

    2 hours ago

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    गोरखपुर में मंगलवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के सैकड़ों शिक्षकों ने अपनी नौकरी सुरक्षित रखने और आरटीई एक्ट में पुराने शिक्षकों पर TET योग्यता लागू न करने की मांग को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा। जिला अध्यक्ष राजेश धर दुबे, जिला मंत्री श्रीधर मिश्र और मंडलीय मंत्री ज्ञानेंद्र ओझा के नेतृत्व में दोपहर 2 बजे से शिक्षक बीएसए कार्यालय पर इकट्ठा होने लगे। शहर और ग्रामीण क्षेत्र से आए शिक्षकों में महिलाओं की संख्या सबसे अधिक रही। शिक्षक 2:30 बजे डीएम कार्यालय की ओर बढ़े और “काला कानून वापस करो”, “शिक्षकों की नौकरी सुरक्षित करो”, “शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित करो” जैसे नारे लगाते हुए अपना रोष व्यक्त किया। वहां जिलाधिकारी के प्रतिनिधि मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा गया। मजिस्ट्रेट ने आश्वासन दिया कि ज्ञापन प्रधानमंत्री कार्यालय तक शीघ्र भेजा जाएगा। पुरानी नियुक्तियों पर नई योग्यता लागू करना अन्यायपूर्ण जिला अध्यक्ष राजेश धर दुबे ने कहा कि शासन द्वारा पहले से निर्धारित योग्यता पूरी करने के बाद नियुक्त शिक्षकों पर नई योग्यता थोपना अन्यायपूर्ण है। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षक इस अन्याय को किसी भी दशा में स्वीकार नहीं करेंगे और अपने हक के लिए संगठित हैं। सरकार से शीघ्र कार्रवाई की मांग जिला मंत्री श्रीधर मिश्र ने कहा कि मुख्यमंत्री ने शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित करने का आश्वासन दिया है। अब भारत सरकार को भी पुराने नियुक्त शिक्षकों को TET योग्यता से मुक्त करने के लिए तुरंत कदम उठाने होंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह केवल शिक्षकों का नहीं, पूरे प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र का हित है। मंडलीय मंत्री ज्ञानेंद्र ओझा ने बताया कि आज पूरे प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर एक साथ ज्ञापन सौंपा गया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर शिक्षक संगठन की मांगें नहीं मानी गईं, तो पूरे प्रदेश के शिक्षक दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़े आंदोलन के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह कदम मजबूरी में उठाया जाएगा, लेकिन शिक्षक अपने हक के लिए पीछे नहीं हटेंगे।
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