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    कीचड़ से होते हुए गर्भवती को चारपाई पर ले गए...VIDEO:आगरा के गांव में नहीं पहुंच पाती एंबुलेंस, 78 सालों से नहीं बनी सड़क

    6 hours ago

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    आगरा में एक गर्भवती को चारपाई पर ले जाने का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में चारपाई पर गर्भवती महिला लेटी हुई है और चारपाई को चारों तरफ से चार युवक पकड़े हुए हैं। जो कीचड़ से होते हुए गुजर रहे हैं। इसके बाद गांव की अन्य महिलाएं भी अपनी चप्पलों को हाथ में लेकर कीचड़ से निकल रही हैं। युवकों ने बताया- गांव में सड़क न होने से एंबुलेंस गांव के अंदर नहीं आ पाती है। इस वजह से कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। तीन तस्वीरों में देखें गांव का हाल पूरा मामला विस्तार से पढ़िए... मामला फतेहाबाद के प्रतापपुरा नीचाखेड़ा गांव का है। मंगलवार को गांव में गर्भवती पूजा देवी को अचानक प्रसव पीड़ा हुई, तो परिजनों ने एंबुलेंस बुलाई। लेकिन गांव तक सड़क न होने के कारण एंबुलेंस बीच रास्ते में ही रुक गई। मजबूरी में परिजनों ने महिला को चारपाई पर लिटाया। फिर करीब 500 मीटर कीचड़ और ऊबड़-खाबड़ रास्ते से होते हुए एंबुलेंस तक पहुंचाया। रास्ते भर महिला दर्द से तड़पती रही। महिला को जल्दी-जल्दी से अस्पताल पहुंचाया गया। जहां महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। 78 साल से नहीं बनी सड़क ग्रामीणों ने बताया- आज़ादी के बाद से अब तक गांव में सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। हर चुनाव में सड़क के बनने का वादा मिलता है। पर नतीजा सिर्फ फाइलों तक ही सीमित है। 1947 से सड़क की यही स्थिति है। गांव से चार-पांच किलोमीटर दूर ही एंबुलेंस रुक जाती है। गांव के 40 घरों और करीब 250 की आबादी आज भी कीचड़ और गंदगी में रह रही है। इससे इतनी बीमारियां फैलती हैं, कि यहां के लोग शिकायत करते-करते चल बसे हैं। लेकिन कुछ सुधार नहीं हुआ। नहीं सुनते जनप्रतिनिधि, गांव वाले परेशान गांव के रामनिवास का कहना है- हर चुनाव में नेता यहां आते हैं। सड़क बनाने का वादा करते हैं, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। दीपक का कहना है कि हमारे यहां तो सड़क के चक्कर में एंबुलेंस तक नहीं आ पाती है, विकास कैसे होगा। हम लोग इस वजह से बाहर काम पर सुकून से नहीं जा पाते हैं। कि घर के आस-पास ही रहे। क्योंकि परेशानी आने पर न तो कोई साधन मिलता है और न ही कोई मदद। जितेंद्र का कहना है कि स्वास्थ्य संबंधी इमरजेंसी समस्या होने पर बहुत दिक्कत आती है। गांव में कई औरतें गर्भवती हैं, जरूरत पड़ने पर चारपाई पर ही मरीजों को लेकर गांव के बाहर तक जाना पड़ता है। सीएम पोर्टल पर भी शिकायत कर चुके हैं। लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। .................... ये खबर भी पढ़ें... BSA को ऑफिस में हेड मास्टर ने बेल्ट से पीटा:सीतापुर में 6 सेकेंड में 5 बेल्ट मारी; हाथ से छीनकर मोबाइल तोड़ा, फाइलें फाड़ीं सीतापुर में बीएसए अखिलेश सिंह को उनके कार्यालय में हेड मास्टर ने बेल्ट से पीट दिया। हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा अपने खिलाफ हुई शिकायत पर सफाई देने के लिए BSA कार्यालय पहुंचे थे। पढे़ं पूरी खबर...
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