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    लखनऊ में BBAU के कई स्टूडेंट्स पर एक्शन:निलंबन के बाद भूख हड़ताल पर बैठे, बोले- आवाज दबानी है तो क्यों पढ़ाते हैं डेमोक्रेसी

    8 hours ago

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    लखनऊ के बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्टूडेंट भूख हड़ताल पर बैठे हैं। स्टूडेंट जहां पर बैठे हैं वहां घनघोर अंधेरा है। वह अपने मोबाइल की फ्लैश लाइट ऑन कर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। हालात बिगड़ते देख विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी है। स्टूडेंट्स का कहना है- हम लोगों ने कुछ दिन पहले महिला उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई। मामले में आरोपी को बचाकर स्टूडेंट्स को दोषी ठहरा दिया गया है। जांच के दौरान छात्रों को बिना सूचना दिए निलंबित कर दिया गया। अगर हम लोग गलत के खिलाफ आवाज नहीं उठा सकते तो हमें डेमोक्रेसी क्यों पढ़ाई जाती है। जब तक सभी का निलंबन वापस नहीं लिया जाता भूख हड़ताल जारी रहेगी। क्योंकि जो मास्टर्स के स्टूडेंट हैं उनके एग्जाम आने वाले हैं। ऐसी स्थिति में प्रशासन स्टूडेंट के साथ दमनकारी नीति अपना रहा है। स्टूडेंट अपनी बात न कह सकें इसलिए परेशान किया जा रहा है। पहले तस्वीरों में देखें कैसे अंधेरे में भूख हड़ताल में बैठे हैं स्टूडेंट... तस्वीर -1. विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ पार्क में बैठकर स्टूडेंट कर रहे भूख हड़ताल। तस्वीर -2. स्टूडेंट मोबाइल की फ्लैश लाइट ऑन करके कर रहे जमकर नारेबाजी। स्टूडेंट बोले- आवाज दबाना है तो क्यों पढ़ाते हैं डेमोक्रेसी स्टूडेंट्स का कहना है- सभी महिला सम्मान की बातें कहते हैं। बताया जाता है कि महिलाओं की सुरक्षा करें। हमें डेमोक्रेसी की बात बताई जाती है। अपने अधिकार के लिए लड़ने के लिए कहा जाता है। लेकिन क्या यह सब लेक्चर तक ही सीमित है। अगर हमने महिला उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई है तो क्या गलत किया। अगर हम लोग आवाज उठा रहे हैं तो खुद विश्वविद्यालय प्रशासन के लोग आकर बताएं की वो हम लोगों को गलत पढ़ाते हैं। इतना ही नहीं हमें अपनी आवाज उठाने के लिए कैंपस में जो जगह दी गई है, वह जंगल से कम नहीं है। यहां तमाम प्रकार के जीव जंतु हैं। फिर भी जब तक निलंबन वापस नहीं लिया जाता हम लोग यहीं डटे रहेंगे। 24 घंटे से निलंबन वापस करने की कर रहे मांग दरअसल, संघमित्रा छात्रावास में फीमेल स्टूडेंट के साथ यूनिवर्सिटी स्टाफ ने छेड़छाड़ की थी। जिसके विरोध में स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन किया था। उस समय विश्वविद्यालय प्रशासन गुपचुप आरोपी और हॉस्टल मैट्रन को सस्पेंड कर दिया था। बाद में प्रदर्शन में शामिल हुए 10 स्टूडेंट्स के खिलाफ भी कार्रवाई कर दी गई गई। इस कार्रवाई से स्टूडेंट्स की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। सभी का एग्जाम नजदीक है। साथ ही NET और JRF की तैयारी भी करनी है। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन का ये कदम तुगलकी फरमान है। इसी के विरोध में सभी धरने पर बैठे हैं। नोटिस से जुड़ा आदेश बुधवार को सामने आया मंगलवार को प्रोक्टोरिल बोर्ड ने स्टूडेंट्स के खिलाफ एक्शन लिया था। कार्रवाई की नोटिस से जुड़ा आदेश बुधवार को सामने आया। मंगलवार को जब स्टूडेंट्स को सस्पेंशन की जानकारी मिली तो धीरे-धीरे आक्रोश बढ़ने लगा। हालांकि, प्रोक्टोरिल बोर्ड ने बुधवार को दिन भर यह कह कर स्टूडेंट्स को प्रदर्शन करने से रोके रखा कि अभी उनके खिलाफ लिया गया एक्शन वापस हो जाएगा। दिनभर भरोसा मिलने के बाद रात तक फैसला नहीं बदला तो स्टूडेंट्स इकट्ठा हो गए। गुस्साए स्टूडेंट्स प्रॉक्टर ऑफिस के सामने पहुंचे। यहां नारेबाजी करने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्टूडेंट्स को रोकने का प्रयास किया तो सभी पार्क में जाकर भूख हड़ताल पर बैठ गए। घटनाक्रम से जुड़ी मूल खबर भी पढ़ें... लखनऊ में छात्रा को जबरन किस करने की कोशिश: BBAU की घटना; छात्राओं ने हंगामा किया, हॉस्टल मैट्रन सस्पेंड लखनऊ के बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (BBAU) कैंपस में छात्रा से छेड़खानी हुई। आरोप लगाया गया कि गर्ल हॉस्टल के स्टाफ ने फाइन जमा करने के बहाने कमरे में छात्रा को बुलाया। इस दौरान अचानक उसे किस करने की कोशिश की। बैड टच भी किया। छात्रा ने विरोध किया तो आरोपी विनय ने उसे गालियां दीं। छात्रा को धमकाया भी। घटना 6 मार्च की है। पीड़ित छात्रा ने उसी दिन प्रॉक्टर से लिखित शिकायत की, लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ। कार्रवाई न होने से नाराज छात्राओं ने शुक्रवार देर रात से हॉस्टल परिसर में शनिवार सुबह तक हंगामा किया। हंगामे की सूचना मिलते ही प्रॉक्टर एमपी सिंह समेत कई प्रशासनिक अफसर पहुंचे। छात्राओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन छात्राएं नहीं मानीं। बाद में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने हॉस्टल मैट्रन और आरोपी स्टाफ को सस्पेंड कर दिया। देर रात करीब एक बजे कैंपस में पुलिस भी पहुंची थी। इसके बाद भी छात्राओं का आक्रोश कम नहीं हुआ। छात्राओं का कहना है कि जब तक आरोपी के खिलाफ एक्शन नहीं हो जाता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। पूरी खबर पढ़ें...
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