Search…

    Saved articles

    You have not yet added any article to your bookmarks!

    Browse articles

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    Top trending News
    bharathunt
    bharathunt

    यूपी में जाति लिखने पर वाहनों का चालान होगा:जातिगत रैली पर भी रोक, सोशल मीडिया पर जातीय महिमामंडन करने वालों पर एक्शन होगा

    3 hours ago

    1

    0

    यूपी सरकार ने जातीय भेदभाव पर रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब पुलिस रिकॉर्ड, नोटिस बोर्ड और गिरफ्तारी मेमो में आरोपी की जाति का जिक्र नहीं किया जाएगा। खास बात यह है कि आरोपी के पिता के नाम के साथ अब माता का नाम भी दर्ज किया जाएगा। दरअसल, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 16 सिंतबर को आदेश दिया था कि पुलिस रिकॉर्ड में आरोपी की जाति नहीं लिखी जाएगी। इसके बाद शनिवार को कार्यवाहक मुख्य सचिव दीपक कुमार ने आदेश जारी किया है। कहा- समाज में जातीय विभाजन बढ़ाने वाली किसी भी प्रवृत्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आदेश में कहा गया है कि वाहनों पर जाति लिखकर घूमने वालों का चालान होगा। जातीय स्टिकर-नारे हटाए जाएंगे। जाति आधारित रैलियों पर अब प्रतिबंध रहेगा। सरकार ने कहा- यह लोक व्यवस्था और राष्ट्रीय एकता के खिलाफ है। 1- सोशल मीडिया पर जाति को बढ़ावा देने पर एक्शन होगा सोशल मीडिया पर जाति को बढ़ावा देने या किसी जाति की निंदा करने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी। ऐसे पोस्ट करने वालों के खिलाफ पुलिस एफआईआर तक दर्ज करेगी। सिर्फ उन्हीं मामलों में जाति दर्ज करने की अनुमति होगी, जहां कानूनी बाध्यता है-जैसे कि एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज केस। 2-जाति ​​​​गत बोर्ड और बैनर भी हटेंगे कस्बों और शहरों में लगे ऐसे बोर्ड, जिनमें किसी जाति का महिमामंडन किया गया हो, उन्हें तुरंत हटाने का आदेश है। आगे से ऐसे बोर्ड लगाने पर सख्ती होगी। 3-गाड़ियों पर ‘जाति लिखकर चलने पर चालान होगा सड़कों पर कई बार गाड़ियों पर ‘जाट हूं’, ‘ठाकुर साहब’, ‘पंडित जी’ जैसे स्लोगन लिखे दिखते हैं। अब ऐसे वाहनों पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालान होगा। पुलिस को आदेश है कि ऐसे सभी स्टिकर और नारे हटवाए जाएं। अब वो मामला पढ़िए, जिस पर हाईकोर्ट ने आदेश दिया था इटावा के जसवंत नगर थाने की पुलिस ने 29 अप्रैल 2023 को स्कॉर्पियो गाड़ी रोकी थी, जिसमें प्रवीण छेत्री सहित तीन लोग पकड़े गए। वाहन से 106 बोतल व्हिस्की बरामद हुई, जो हरियाणा में बिक्री के लिए थी। साथ ही फर्जी नंबर प्लेट भी मिली। बरामदगी मेमो में अभियुक्तों की जाति माली, पहाड़ी राजपूत और ठाकुर लिखी गई थी। इसके आधार पर एक और कार को रोका गया, जिसमें से 254 और बोतल शराब बरामद हुई। दूसरी गाड़ी के मालिक की जाति पंजाबी पाराशर और ब्राह्मण के रूप में दर्ज थी। आरोपियों ने हरियाणा से बिहार में शराब तस्करी करने और प्रवीण छेत्री को अपना गैंग लीडर बताने की बात कबूल की थी। इसके बाद प्रवीण छेत्री आपराधिक कार्यवाही रद्द करने की इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। 16 सिंतबर को सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने इस मामले की एफआईआर और जब्ती मेमो में जाति लिखने पर कड़ी आपत्ति जताई। कहा- यह प्रथा कानूनी भ्रांति और पहचान की प्रोफाइलिंग है, जो संवैधानिक नैतिकता को कमजोर करती है और लोकतंत्र के लिए गंभीर चुनौती है। इसके बाद आदेश दिया था कि पुलिस रिकॉर्ड और सार्वजनिक जगहों पर जाति आधारित चीजें नहीं होनी चाहिए। FIR, गिरफ्तारी मेमो, बरामदगी रिपोर्ट और फाइनल रिपोर्ट में जाति का कॉलम हटाया जाए। युवाओं में जातिवाद विरोधी जागरूकता बढ़ाने के लिए इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने को कहा था। इसके अलावा, नागरिक शिकायत के लिए पोर्टल और मोबाइल ऐप बनाने का सुझाव भी दिया गया था। ---------------------- ये खबर भी पढ़ें- ओपी राजभर को माइनर ब्रेन स्ट्रोक:डिप्टी सीएम खुद अस्पताल लेकर पहुंचे, एडमिट कराया; लोहिया से मेदांता शिफ्ट उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें चक्कर आ रहे थे। बोलने और चलने में भी दिक्कत हो रही थी। इसके बाद उन्हें आजमगढ़ से लखनऊ लाया गया। पढ़ें पूरी खबर
    Click here to Read more
    Prev Article
    एनकाउंटर के बाद शव घर पहुंचा तो नारे लगे:बुलंदशहर में काफिला निकाला, बोले- हमारा ठाकुर कैसा हो, बलराम जैसा हो
    Next Article
    गोरखपुर में NEET छात्र के परिजन CM से मिले:योगी ने 5 लाख का चेक सौंपा, 7 दिन पहले पशु तस्करों ने हत्या की थी

    Related न्यूज Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment