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    नेपाल के बाद अब Gen-Z फिलीपींस में करेंगे तख्तापलट, सड़कों पर उतरे हजारों लोग, मची डाली भयंकर तबाही!

    3 hours from now

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    नेपाल में भ्रष्टाचार के खिलाफ उठी जेन-जी की लहर के बाद अब फिलीपींस में भी जनता सरकार के खिलाफ सड़कों पर है। राजधानी मनीला में हजारों लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में फिलीपींस के झंडे और बैनर थे- नो मोर, टू मच, जेल देम (अब और नही उन्हें जेल भेजों)। हफ़्तों से जारी भारी मानसूनी बारिश ने फ़िलीपींस के अधिकांश हिस्सों में बाढ़ ला दी है। इन सब के बीच  भ्रष्टाचार तथा धनी लोगों की दिखावटी जीवनशैली के प्रति जनता में गहरा रोष व्याप्त कर दिया है। इस रोष के केंद्र में नेपो किड हैं। जो बाढ़ नियंत्रण प्रणालियों के विफल होने के बावजूद अपनी संपत्ति का प्रदर्शन करते हैं। इसे भी पढ़ें: नेपाल में साजिश के तहत हुई हिंसा? केपी ओली का बड़ा दावा, Gen-Z पर गोली चलाने का नहीं दिया था आदेश, जांच की मांगजेन-जी का गुस्सा सिर्फ घोटाले पर ही नहीं बल्कि 'नेपो बेबीज' यानी भ्रष्ट नेताओं और ठेकेदारों की संतानों को लेकर भी है, जो सोशल मीडिया पर अपनी ऐशो-आराम भरी जिंदगी दिखाती हैं। पिछले कई साल से बाढ़ से जूझ रहे लोगों का गुस्सा है कि हमारा टैक्स लक्जरी कारों पर फूट पड़ा। प्रदर्शनकारियों का कहना विदेशी यात्राओं पर बहा दिया। इस घोटाले का खुलासा तब हुआ, जब फिलीपींस के अरबपति कंस्ट्रक्शन कारोबारी दंपती पैसिफिको और सारा डिसकाया ने सीनेट के सामना अपनी गवाही में बताया कि बाढ़ नियंत्रण प्रोजेक्ट के ठेके लेने के लिए उन्हें सांसदों और लोक निर्माण विभाग के कई अधिकारियों को 25% तक कमीशन देना पड़ा।इसे भी पढ़ें: भारत ने नेपाल को विभिन्न क्षतिग्रस्त ढांचों के पुनर्निर्माण में मदद का आश्वासन दियाप्रदर्शनकारियों का कहना है कि टैक्स का पैसा लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए बुनियादी ढांचे पर खर्च होना चाहिए था, उसे नेताओं की विलासिता पर उड़ाया गया। मनीला के पास एक कस्बे, अपालिट की 36 वर्षीय सरकारी स्कूल शिक्षिका क्रिसा टोलेंटिनो, लंबे समय से बाढ़ को जीवन का एक हिस्सा मानती रही हैं। वह बाढ़ग्रस्त सड़कों पर पैडल बोट से यात्रा करके काम पर और कैंसर के इलाज के लिए क्लिनिक जाती हैं। वह कहती हैं कि सूखी सड़कें दुर्लभ हैं, जो साल में केवल दो महीने ही देखने को मिलती हैं।
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